द बेटर फूड डेस्क
कीड़ा जड़ी को पौष्टिक तत्वों का खजाना भी कहा जाता है। यह एक तरह की मशरुम होती है जोकि एक पैरासाइट के रूप में बड़ी होती है। इसमें काफी सारे एंटी ऑक्सीडेंट्स मौजूद हैं, जो पौष्टिक तत्वों से भरपूर होते हैं। यह मशरूम इन्फ्लेमेशन को ठीक करने में भी सहायक है। इनका सूखा हुआ भाग सप्लीमेंट के रूप में प्रयोग होता है। अगर एक्सरसाइज की परफॉर्मेंस बेहतर बनाना चाहते हैं तो भी कीड़ा जड़ी का सेवन करना लाभदायक रहता है। इसका प्रयोग दवाई के रूप में भी किया जा सकता है और यह कैंसर के इलाज के रूप में प्रयोग होता है।
जीवा आयुर्वेद, निदेशक, डॉ प्रताप चौहान के अनुसार कीड़ा जड़ी महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटीइंफ्लमेटरी एंजाइम्स और विटामिन के गुणों से भरपूर औषधि है, जिसे बहुत सी गंभीर बीमारियों में इलाज के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
आइए जानते हैं कीड़ा जड़ी के स्वास्थ्य लाभ-
कैंसर रिस्क को कम करता है
कीड़ा जड़ी में एंटी कैंसर गुण होते हैं। इनमें ऐसे गुण होते हैं जो कैंसर सेल्स की वृद्धि को रोकते हैं, जिससे कैंसर सेल्स शरीर में फैल न सकें। ट्यूमर को छोटा करने में भी यह फायदेमंद है। कीड़ा जड़ी एक तरह से एंटी कैंसर एजेंट का काम करती हैं। इसके इथेनॉल एक्सट्रैक्ट में भी हाई साइटो टॉक्सिक पदार्थ होते हैं जो कैंसर सेल्स को खत्म करने में सहायक होते हैं।
एक्सरसाइज परफॉर्मेंस को बढ़ाता है
कीड़ा जड़ी के कुछ एक्टिव कॉम्पोनेंट्स में थकान कम करने वाले गुण होते हैं। इसके सप्लीमेंट का प्रयोग करने से हाई इंटेंस एक्सरसाइज करते समय टॉलरेंस लेवल बढ़ता है। इसके सेवन से शरीर में एटीपी मॉलिक्यूल का उत्पादन बढ़ता है, जो एक्सरसाइज करते समय शरीर में ऑक्सिजन लेवल बढ़ाता है। अगर थोड़ी देर एक्सरसाइज करते ही थक जाते हैं तो इसका सेवन जरूर करें।
डायबिटीज में लाभदायक
कीड़ा जड़ी का प्रयोग करना डायबिटिक लोगों के लिए भी लाभदायक होता है। इसमें मौजूद फ्रूटिंग बॉडी और माइसेलिया उन लोगों की किडनी को सुरक्षित करने में मदद करती हैं, जो डायबिटीज के मरीज हैं और नेफ्रोपैथी से जूझ रहे हैं।
एंटी एजिंग गुणों से भरपूर
कीड़ा जड़ी में एंटी एजिंग गुण होते हैं, जो उम्र बढ़ने के साथ आने वाले लक्षणों को कम करते हैं। यह स्किन की ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। अगर जेनेटिक कारणों की वजह से स्किन में कोई समस्या है तो उसे ठीक करने में भी यह लाभदायक होते हैं। इसमें काफी सारे ऐसे एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो स्किन के लिए लाभदायक होते हैं।
सेक्स ड्राइव बढ़ाने में सहायक
कीड़ा जड़ी में ऐसे मेडिकल गुण होते हैं जो सेक्सुअल परफॉर्मेंस और लिबिडो को बढ़ाने में सहायक हैं। इसका प्रयोग करने से स्पर्म काउंट बढ़ता है, मोबिलिटी बढ़ती है और टेस्टोस्टेरोन लेवल भी बढ़ते हैं।
दिल की सेहत के लिए सहायक
कॉर्डीसेपिन जोकि एक बायो एक्टिव कंपोनेंट है। इसमें लिपिड लोवर गुण होते हैं जो अनियमित धड़कन को सही करने में प्रयोग किए जाते हैं। चूहों में हुई स्टडीज में क्रोनिक दिल की बीमारियों में शामिल दिल की चोट को ठीक करने में भी कीड़ा जड़ी सहायक होती है। इसमें कार्डियो प्रोटेक्टिव गुण होते हैं। साथ ही कुछ ऐसे एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो दिल के लिए सहायक होते हैं।
इन्फ्लेमेशन को ठीक करने में लाभदायक
कीड़ा जड़ी का प्रयोग कई जगह लंग्स और ब्रोंकियल इंफ्लेमेशन को ठीक करने के लिए भी किया जाता है। अस्थमा से जूझ रहे लोगों के एयर वे में आई सूजन को भी ठीक करने में यह सहायक है। इसके मेथेनॉल एक्सट्रेक्ट इंफ्लेमेशन पैदा करने वाले जीन्स को खत्म करने में सहायक माने जाते हैं। इसमें कुछ एंटी इन्फ्लेमेटरी इफेक्ट्स भी होते हैं जो इंफ्लेमेटरी जीन्स को खत्म करने में सहायक होते हैं।
मगर ध्यान रहे
कीड़ा जड़ी से काफी सारे स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं, लेकिन कुछ लोगों को इसे खाने के बाद उल्टियां, जी मिचलाना और डायरिया जैसे साइड इफेक्ट्स भी देखने पड़ रहे हैं इसलिए देख कर ही इसका प्रयोग करें।