खरपतवार

एक दिन सुबह-सुबह अपने गमलों से कुछ खरपतवार की निराई कर रहा था, तब दिमाग में एक प्रश्न उठा कि इसका नाम खरपतवार ही क्यों रखा गया, दूसरा क्यों नहीं?बहुत उधेड़-बुन करने के बाद इसके एक-एक अक्षरों को कई बार पढ़ा। अंत में संधि-विच्छेद कर इसकी सार्थकता जानने की कोशिश की-खर माने तिनका, पत माने […]

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